Sunday, October 05, 2014

आओ बनाये एक आदर्श ग्राम

आदर्श ग्राम का सपना सिर्फ मोदीजी का ही नहीं सारे भारतवासीयो का है. कौन है जो तरक्की , सफाई , नौकरी , साक्षरता और खुली हवा में जीना नहीं चाहता . कौन है जो गर्व से भारतवासी कहलाना नहीं चाहता . तोह क्या सिर्फ यह सपना सिर्फ़ मोदी जी का है . हमारा नहीं है ?

जब भी कुछ बदलने की बात आती है तोह हम सब सारा जिम्मा सरकार पर डाल देते है . सरकार नीतियां बना सकती है, सुविधा मुहैय्या करा सकती है , सड़के बना सकती है ..सफाई कर्मचआरी दे सकती है .. स्कूल बना सकती है ..हॉस्पिटल बना सकती है .. लेकिन इन सब सुविधाओ का उपभोग और सही उपभोग हमें ही करना है . हमें अपने अधिकार और इन अधिकारों के तहत दे गयी सुविधाओं के बारे में मालूम होना चाहिए .

आज ज्यादा से ज्यादा युवा पड़े लिखे है है , पर अपने ग्राम में कुछ करने के बजाये , शहरों में छोटी नौकरी करना पसंद करते है . चाहे वह रिक्शा चलाना हो या उद्योगों में मज़दूरी . तो फिर अपने ग्राम में कुछ काम करके अपना और ग्राम का विकास क्यों नहीं कर सकता .

ग्राम में क्या है , नौकरी नहीं है , मौका नहीं है , क्या करें .. अपना जीवन , पढ़ाई बर्बाद करें .. ? आजकल की इंटरनेट की दुनिया में यह सब सिर्फ कुछ बहाने लगते है , देखिये , जानिए और समझिए आप क्या क्या नहीं कर सकते . कितनी पॉलिसीस , कितनी सुविधाएं है जिनके बारे में आपको पता भी नहीं है . एक ग्राम का छोटा सा द्वार आपका दुनिया से जुड़ने का बड़ा साधन है . 

क्या हो एक एक ग्राम में जो आपको व्यवसाय और प्रगति दे सकता है :

१. इंटरनेट सेंटर : आज कल सारी दुनिया इंटरनेट पर सिमट आई है . चाहे वह रेल की टिकट हो , या इंटर का रिजल्ट . कालेज एडमिशन से ले कर खरीदारी और सामान बेचना भी इंटरनेट के ज़रिये किया जा सकता है . डी ई टी (डिपार्टमेंट आफ टेलीकम्यूनिकेशन ) ने C S E (कॉमन सर्विस सेंटर ) काफी  गाओं में खोले हैं पर भारत के ६ लाख ग्राम तक पहुंच पाना अभी बाकी है. आप भी एक इंटरनेट सेंटर खोल सकते है , चाहिए सिर्फ एक कंप्यूटर / लैपटॉप और डेटा कार्ड . इस के ज़रिये आप लोगों की मदत ही नहीं बल्कि एक आमदनी का जरिया भी बना सकते है . कंप्यूटर और इंटरनेट की शिक्षा भी प्रदान की जा सकती है सके साथ. 

२ .टूशन सेंटर : ज़्यादातर ग्राम के बच्चे स्कूल पर निर्भर रहते है पढाई के लिए . अतिरिक्त जानकारी या तो नहीं मिल पाती या कोई समझाने के लिए उपलब्ध नहीं होता. शहर के बच्चों के लिए तोह टूशन सेंटर , एक्स्ट्रा एक्टिविटी सेंटर होते है , जिससे उनका चहु प्रकार से विकार हो पाता है . क्योँ न यह सब सुविदा हम उन पढ़े लिखे युवाओं के ज़रिये ग्राम के बच्चों तक भी पंहुचा पाएं .  

३. लाइब्रेरी : पड़ना और जानकारी लेना न सिर्फ मनोरंजन का साधन है बल्कि ज्ञान का स्त्रोत भी . विविध प्रकार की किताबो से भरी लाइब्रेरी न सिर्फ ज्ञान का साधन होगी बल्कि सब बच्चों , युवाओं और बड़ों को साथ लाने का माध्यम भी . जो न सिर्फ चर्चा और ज्ञान के आदान प्रदान का केंद्र होगा बल्कि कुछ सीखने सीखने का केंद्र भी .

४. एम्प्लॉयमेंट एंड एजुकेशन सेंटर ; इस केंद्र में न सिर्फ अग्रमि नौकरी से सम्बन्धी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से मिल पायेगी , बल्कि युवा अपना आवेदन पत्र भी जमा कर पाएंगे. यह एक माध्यम भी होगा ग्राम वासियों के लिए इंटरनेट के ज़रिये ग्राम में बानी वस्तुओं को पुरे देश में बेचने या पहुचने का . 

और हम क्या कर सकते है , ग्राम को आदर्श ग्राम बनाने में :

१. साक्षरता सबके लिए ; ताकि आप पढ़ पाये और बढ़ पाये

२. स्वछता ताकि रहे सब स्वाथ्य

३. व्यवसाय और आमदनी सब के लिए : घरेलु उद्योग और व्यवसाय को बढ़ावा , परिवार का हर सदस्य बढे प्रगति की तरफ तभी हम सब प्रगति करेंगे .

४. परिवार की स्वस्थ्य के लिए, ग्राम में दी सुविधाओं के बारे में स्वाथ्य केंद्र से जानकारी लें

५. बिजली पानी के अन्य स्त्रोत

६. ईंधन हर घर में




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